12e5b6d6dSopenharmony_ciUniversal Declaration of Human Rights - Hindi 22e5b6d6dSopenharmony_ci© 1996 – 2009 The Office of the High Commissioner for Human Rights 32e5b6d6dSopenharmony_ciThis plain text version prepared by the “UDHR in Unicode” 42e5b6d6dSopenharmony_ciproject, https://www.unicode.org/udhr. 52e5b6d6dSopenharmony_ci--- 62e5b6d6dSopenharmony_ci 72e5b6d6dSopenharmony_ciमानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा 82e5b6d6dSopenharmony_ci १० दिसम्बर १९४८ को यूनाइटेड नेशन्स की जनरल असेम्बली ने मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा को स्वीकृत और घोषित किया । इसका पूर्ण पाठ आगे के पृष्ठों में दिया गया है । इस ऐतिहासिक कार्य के बाद ही असेम्बली ने सभी सदस्य देशों से अपील की कि वे इस घोषणा का प्रचार करें और देशों अथवा प्रदेशों की राजनैतिक स्थिति पर आधारित भेदभाव का विचार किए बिना, विशेषतः स्कूलों और अन्य शिक्षा संस्थाओं में इसके प्रचार, प्रदर्शन, पठन और व्याख्या का प्रबन्ध करें । 92e5b6d6dSopenharmony_ci इसी घोषणा का सरकारी पाठ संयुक्त राष्ट्रों की इन पांच भाषाओं में प्राप्य हैः—अंग्रेजी, चीनी, फ्रांसीसी, रूसी और स्पेनिश । अनुवाद का जो पाठ यहां दिया गया है, वह भारत सरकार द्वारा स्वीकृत है । 102e5b6d6dSopenharmony_ci 112e5b6d6dSopenharmony_ci प्रस्तावना 122e5b6d6dSopenharmony_ci चूंकि मानव परिवार के सभी सदस्यों के जन्मजात गौरव और समान तथा अविच्छिन्न अधिकार की स्वीकृति ही विश्व-शान्ति, न्याय और स्वतन्त्रता की बुनियाद है, 132e5b6d6dSopenharmony_ci चूंकि मानव अधिकारों के प्रति उपेक्षा और घृणा के फलस्वरूप ही ऐसे बर्बर कार्य हुए जिनसे मनुष्य की आत्मा पर अत्याचार किया गया, चूंकि एक ऐसी विश्व-व्यवस्था की उस स्थापना को ( जिसमें लोगों को भाषण और धर्म की आज़ादी तथा भय और अभाव से मुक्ति मिलेगी ) सर्वसाधारण के लिए सर्वोच्च आकांक्षा घोषित किया गया है, 142e5b6d6dSopenharmony_ci चूंकि अगर अन्याययुक्त शासन और जुल्म के विरुद्घ लोगों को विद्रोह करने के लिए—उसे ही अन्तिम उपाय समझ कर—मजबूर नहीं हो जाना है, तो कानून द्वारा नियम बनाकर मानव अधिकारों की रक्षा करना अनिवार्य है, 152e5b6d6dSopenharmony_ci चूंकि राष्ट्रों के बीच मैत्रीपूर्ण सम्बन्धों को बढ़ाना ज़रूरी है, 162e5b6d6dSopenharmony_ci चूंकि संयुक्त राष्ट्रों के सदस्य देशों की जनताओं ने बुनियादी मानव अधिकारों में, मानव व्यक्तित्व के गौरव और योग्यता में और नरनारियों के समान अधिकारों में अपने विश्वास को अधिकार-पत्र में दुहराया है और यह निश्चय किया है कि अधिक व्यापक स्वतन्त्रता के अन्तर्गत सामाजिक प्रगति एवं जीवन के बेहतर स्तर को ऊंचा किया जाया, 172e5b6d6dSopenharmony_ci चूंकि सदस्य देशों ने यह प्रतिज्ञा को है कि वे संयुक्त राष्ट्रों के सहयोग से मानव अधिकारों और बुनियादी आज़ादियों के प्रति सार्वभौम सम्मान की वृद्घि करेंगे, 182e5b6d6dSopenharmony_ci चूंकि इस प्रतिज्ञा को पूरी तरह से निभाने के लिए इन अधिकारों और आज़ादियों का स्वरूप ठीक-ठीक समझना सबसे अधिक ज़रूरी है । इसलिए, अब, 192e5b6d6dSopenharmony_ci सामान्य सभा 202e5b6d6dSopenharmony_ci घोषित करती है कि 212e5b6d6dSopenharmony_ci मानव अधिकारों की यह सार्वभौम घोषणा सभी देशों और सभी लोगों की समान सफलता है । इसका उद्देश्य यह है कि प्रत्येक व्यक्ति और समाज का प्रत्येक भाग इस घोषणा को लगातार दृष्टि में रखते हुए अध्यापन और शिक्षा के द्वारा यह प्रयत्न करेगा कि इन अधिकारों और आज़ादियों के प्रति सम्मान की भावना जाग्रत हो, और उत्तरोत्तर ऐसे राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय उपाय किये जाएं जिनसे सदस्य देशों की जनता तथा उनके द्वारा अधिकृत प्रदेशों की जनता इन अधिकारों की सार्वभौम और प्रभावोत्पादक स्वीकृति दे और उनका पालन करावे । 222e5b6d6dSopenharmony_ci 232e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद १. 242e5b6d6dSopenharmony_ci सभी मनुष्यों को गौरव और अधिकारों के मामले में जन्मजात स्वतन्त्रता और समानता प्राप्त है । उन्हें बुद्धि और अन्तरात्मा की देन प्राप्त है और परस्पर उन्हें भाईचारे के भाव से बर्ताव करना चाहिए । 252e5b6d6dSopenharmony_ci 262e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद २. 272e5b6d6dSopenharmony_ci सभी को इस घोषणा में सन्निहित सभी अधिकारों और आज़ादियों को प्राप्त करने का हक़ है और इस मामले में जाति, वर्ण, लिंग, भाषा, धर्म, राजनीति या अन्य विचार-प्रणाली, किसी देश या समाज विशेष में जन्म, सम्पत्ति या किसी प्रकार की अन्य मर्यादा आदि के कारण भेदभाव का विचार न किया जाएगा । 282e5b6d6dSopenharmony_ci इसके अतिरिक्त, चाहे कोई देश या प्रदेश स्वतन्त्र हो, संरक्षित हो, या स्त्रशासन रहित हो या परिमित प्रभुसत्ता वाला हो, उस देश या प्रदेश की राजनैतिक, क्षेत्रीय या अन्तर्राष्ट्रीय स्थिति के आधार पर वहां के निवासियों के प्रति कोई फ़रक़ न रखा जाएगा । 292e5b6d6dSopenharmony_ci 302e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद ३. 312e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को जीवन, स्वाधीनता और वैयक्तिक सुरक्षा का अधिकार है । 322e5b6d6dSopenharmony_ci 332e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद ४. 342e5b6d6dSopenharmony_ci कोई भी ग़ुलामी या दासता की हालत में न रखा जाएगा, ग़ुलामी-प्रथा और ग़ुलामों का व्यापार अपने सभी रूपों में निषिद्ध होगा । 352e5b6d6dSopenharmony_ci 362e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद ५. 372e5b6d6dSopenharmony_ci किसी को भी शारीरिक यातना न दी जाएगी और न किसी के भी प्रति निर्दय, अमानुषिक या अपमानजनक व्यवहार होगा । 382e5b6d6dSopenharmony_ci 392e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद ६. 402e5b6d6dSopenharmony_ci हर किसी को हर जगह क़ानून की निग़ाह में व्यक्ति के रूप में स्वीकृति-प्राप्ति का अधिकार है । 412e5b6d6dSopenharmony_ci 422e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद ७. 432e5b6d6dSopenharmony_ci क़ानून की निग़ाह में सभी समान हैं और सभी बिना भेदभाव के समान क़ानूनी सुरक्षा के अधिकारी हैं । यदि इस घोषणा का अतिक्रमण करके कोई भी भेद-भाव किया जाया उस प्रकार के भेद-भाव को किसी प्रकार से उकसाया जाया, तो उसके विरुद्ध समान संरक्षण का अधिकार सभी को प्राप्त है । 442e5b6d6dSopenharmony_ci 452e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद ८. 462e5b6d6dSopenharmony_ci सभी को संविधान या क़ानून द्वारा प्राप्त बुनियादी अधिकारों का अतिक्रमण करने वाले कार्यों के विरुद्ध समुचित राष्ट्रीय अदालतों की कारगर सहायता पाने का हक़ है । 472e5b6d6dSopenharmony_ci 482e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद ९. 492e5b6d6dSopenharmony_ci किसी को भी मनमाने ढंग से गिरफ़्तार, नज़रबन्द या देश-निष्कासित न किया जाएगा । 502e5b6d6dSopenharmony_ci 512e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद १०. 522e5b6d6dSopenharmony_ci सभी को पूर्णतः समान रूप से हक़ है कि उनके अधिकारों और कर्तव्यों के निश्चय करने के मामले में और उन पर आरोपित फौज़दारी के किसी मामले में उनकी सुनवाई न्यायोचित और सार्वजनिक रूप से निरपेक्ष एवं निष्पक्ष अदालत द्वारा हो । 532e5b6d6dSopenharmony_ci 542e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद ११. 552e5b6d6dSopenharmony_ci 562e5b6d6dSopenharmony_ci 572e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति, जिस पर दण्डनीय अपराध का आरोप किया गया हो, तब तक निरपराध माना जाएगा, जब तक उसे ऐसी खुली अदालत में, जहां उसे अपनी सफ़ाई की सभी आवश्यक सुविधाएं प्राप्त हों, कानून के अनुसार अपराधी न सिद्ध कर दिया जाया । 582e5b6d6dSopenharmony_ci 592e5b6d6dSopenharmony_ci 602e5b6d6dSopenharmony_ci कोई भी व्यक्ति किसी भी ऐसे कृत या अकृत (अपराध) के कारण उस दण्डनीय अपराध का अपराधी न माना जाएगा, जिसे तत्कालीन प्रचलित राष्ट्रीय या अन्तर्राष्ट्रीय क़ानून के अनुसार दण्डनीय अपराध न माना जाए और न उससे अधिक भारी दण्ड दिया जा सकेगा, जो उस समय दिया जाता जिस समय वह दण्डनीय अपराध किया गया था । 612e5b6d6dSopenharmony_ci 622e5b6d6dSopenharmony_ci 632e5b6d6dSopenharmony_ci 642e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद १२. 652e5b6d6dSopenharmony_ci किसी व्यक्ति की एकान्तता, परिवार, घर या पत्रव्यवहार के प्रति कोई मनमाना हस्तक्षेप न किया जाएगा, न किसी के सम्मान और ख्याति पर कोई आक्षेप हो सकेगा । ऐसे हस्तक्षेप या आधेपों के विरुद्ध प्रत्येक को क़ानूनी रक्षा का अधिकार प्राप्त है । 662e5b6d6dSopenharmony_ci 672e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद १३. 682e5b6d6dSopenharmony_ci 692e5b6d6dSopenharmony_ci 702e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को प्रत्येक देश की सीपाओं के अन्दर स्वतन्त्रतापूर्वक आने, जाने और बसने का अधिकार है । 712e5b6d6dSopenharmony_ci 722e5b6d6dSopenharmony_ci 732e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को अपने या पराये किसी भी देश को छोड़नो और अपने देश को वापस आनो का अधिकार है । 742e5b6d6dSopenharmony_ci 752e5b6d6dSopenharmony_ci 762e5b6d6dSopenharmony_ci 772e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद १४. 782e5b6d6dSopenharmony_ci 792e5b6d6dSopenharmony_ci 802e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को सताये जाने पर दूसरे देशों में शरण लेने और रहने का अधिकार है । 812e5b6d6dSopenharmony_ci 822e5b6d6dSopenharmony_ci 832e5b6d6dSopenharmony_ci इस अधिकार का लाभ ऐसे मामलों में नहीं मिलेगा जो वास्तव में गैर-राजनीतिक अपराधों से सम्बन्धित हैं, या जो संयुक्त राष्ट्रों के उद्देश्यों और सिद्धान्तों के विरुद्ध कार्य हैं । 842e5b6d6dSopenharmony_ci 852e5b6d6dSopenharmony_ci 862e5b6d6dSopenharmony_ci 872e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद १५. 882e5b6d6dSopenharmony_ci 892e5b6d6dSopenharmony_ci 902e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को किसी भी राष्ट्र-विशेष को नागरिकता का अधिकार है । 912e5b6d6dSopenharmony_ci 922e5b6d6dSopenharmony_ci 932e5b6d6dSopenharmony_ci किसी को भी मनमाने ढंग से अपने राष्ट्र की नागरिकता से वंचित न किया जाएगा या नागरिकता का यरिवर्तन करने से मना न किया जाएगा । 942e5b6d6dSopenharmony_ci 952e5b6d6dSopenharmony_ci 962e5b6d6dSopenharmony_ci 972e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद १६. 982e5b6d6dSopenharmony_ci 992e5b6d6dSopenharmony_ci 1002e5b6d6dSopenharmony_ci बालिग़ स्त्री-पुरुषों को बिना किसी जाति, राष्ट्रीयता या धर्म की रुकावटों के आपस में विवाह करने और परिवार को स्थापन करने का अधिकार है । उन्हें विवाह के विषय में वैवाहिक जीवन में, तथा विवाह विच्छेड के बारे में समान अधिकार है । 1012e5b6d6dSopenharmony_ci 1022e5b6d6dSopenharmony_ci 1032e5b6d6dSopenharmony_ci विवाह का इरादा रखने वाले स्त्री-पुरुषों की पूर्ण और स्वतन्त्र सहमित पर ही विवाह हो सकेगा । 1042e5b6d6dSopenharmony_ci 1052e5b6d6dSopenharmony_ci 1062e5b6d6dSopenharmony_ci परिवार समाज की स्वाभाविक और बुनियादी सामूहिक इकाई है और उसे समाज तथा राज्य द्वारा संरक्षण पाने का अधिकार है । 1072e5b6d6dSopenharmony_ci 1082e5b6d6dSopenharmony_ci 1092e5b6d6dSopenharmony_ci 1102e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद १७. 1112e5b6d6dSopenharmony_ci 1122e5b6d6dSopenharmony_ci 1132e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को अकेले और दूसरों के साथ मिलकर सम्मति रखने का अधिकार है । 1142e5b6d6dSopenharmony_ci 1152e5b6d6dSopenharmony_ci 1162e5b6d6dSopenharmony_ci किसी को भी मनमाने ढंग से अपनी सम्मति से वंचित न किया जाएगा । 1172e5b6d6dSopenharmony_ci 1182e5b6d6dSopenharmony_ci 1192e5b6d6dSopenharmony_ci 1202e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद १८. 1212e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को विचार, अन्तरात्मा और धर्म की आज़ादी का अधिकार है । इस अधिकार के अन्तर्गत अपना धर्म या विश्वास बदलने और अकेले या दूसरों के साथ मिलकर तथा सार्वजनिक रूप में अथवा निजी तोर पर अपने धर्म या विश्वास को शिक्षा, क्रिया, उपासना, तथा व्यवहार के द्वारा प्रकट करने की स्वतन्त्रता है । 1222e5b6d6dSopenharmony_ci 1232e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद १९. 1242e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को विचार और उसकी अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता का अधिकार है । इसके अन्तर्गत बिना हस्तक्षेप के कोई राय रखना और किसी भी माध्यम के ज़रिए से तथा सीमाओं की परवाह न कर के किसी की मूचना और धारणा का अन्वेषण, प्रहण तथा प्रदान सम्मिलित है । 1252e5b6d6dSopenharmony_ci 1262e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद २०. 1272e5b6d6dSopenharmony_ci 1282e5b6d6dSopenharmony_ci 1292e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को शान्ति पूर्ण सभा करने या समिति बनाने की स्वतन्त्रता का अधिकार है । 1302e5b6d6dSopenharmony_ci 1312e5b6d6dSopenharmony_ci 1322e5b6d6dSopenharmony_ci किसी को भी किसी संस्था का सदस्य बनने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता । 1332e5b6d6dSopenharmony_ci 1342e5b6d6dSopenharmony_ci 1352e5b6d6dSopenharmony_ci 1362e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद २१. 1372e5b6d6dSopenharmony_ci 1382e5b6d6dSopenharmony_ci 1392e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को अपने देश के शासन में प्रत्यक्ष रूप से या स्वतन्त्र रूप से चुने गए प्रतिनिधियों के ज़रिए हिस्सा लेने का अधिकार है । 1402e5b6d6dSopenharmony_ci 1412e5b6d6dSopenharmony_ci 1422e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को अपने देश की सरकारी नौकरियों को प्राप्त करने का समान अधिकार है । 1432e5b6d6dSopenharmony_ci 1442e5b6d6dSopenharmony_ci 1452e5b6d6dSopenharmony_ci सरकार की सत्ता का आधार जनता की दच्छा होगी । इस इच्छा का प्रकटन समय-समय पर और असली चुनावों द्वारा होगा । ये चुनाव सार्वभौम और समान मताधिकार द्वारा होंगे और गुप्त मतदान द्वारा या किमी अन्य समान स्वतन्त्र मतदान पद्धति से कराये जाएंगे । 1462e5b6d6dSopenharmony_ci 1472e5b6d6dSopenharmony_ci 1482e5b6d6dSopenharmony_ci 1492e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद २२. 1502e5b6d6dSopenharmony_ci समाज के एक सदस्य के रूप में प्रत्येक व्यक्ति को सामाजिक सुरक्षा का अधिकार है और प्रत्येक व्यक्ति को अपने व्यक्तित्व के उस स्वतन्त्र विकास तथा गोरव के लिए—जो राष्ट्रीय प्रयत्न या अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग तथा प्रत्येक राज्य के संगठन एवं साधनों के अनुकूल हो—अनिकार्यतः आवश्यक आर्थिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक अधिकारों की प्राप्ति का हक़ है । 1512e5b6d6dSopenharmony_ci 1522e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद २३. 1532e5b6d6dSopenharmony_ci 1542e5b6d6dSopenharmony_ci 1552e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को काम करने, इच्छानुमार रोज़गार के चुनाव, काम की उचित और सुविधाजनक परिस्थितियों को प्राप्त करने और बेकारी से संरक्षण पाने का हक़ है । 1562e5b6d6dSopenharmony_ci 1572e5b6d6dSopenharmony_ci 1582e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को समान कार्य के लिए बिना किसी भेदभाव के समान मज़दूरी पाने का अधिकार है । 1592e5b6d6dSopenharmony_ci 1602e5b6d6dSopenharmony_ci 1612e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को जो काम करता है, अधिकार है कि वह इतनी उचित और अनुकूल मज़दूरी पाए, जिससे वह अपने लिए और अपने परिवार के लिए ऐसी आजीविका का प्रबन्ध कर मके, जो मानवीय गौरव के योग्य हो तथा आवश्यकता होने पर उसकी पूर्ति अन्य प्रकार के सामाजिक संरक्षणों द्वारा हो सके । 1622e5b6d6dSopenharmony_ci 1632e5b6d6dSopenharmony_ci 1642e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को अपने हितों की रक्षा के लिए श्रमजीवी संघ बनाने और उनमें भाग लेने का अधिकार है । 1652e5b6d6dSopenharmony_ci 1662e5b6d6dSopenharmony_ci 1672e5b6d6dSopenharmony_ci 1682e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद २४. 1692e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को विश्राम और अवकाश का अधिकार है । इसके अन्तर्गत काम के घंटों की उचित हदबन्दी और समय-समय पर मज़दूरी सहित छुट्टियां सम्मिलित है । 1702e5b6d6dSopenharmony_ci 1712e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद २५. 1722e5b6d6dSopenharmony_ci 1732e5b6d6dSopenharmony_ci 1742e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को ऐसे जीवनस्तर को प्राप्त करने का अधिकार है जो उसे और उसके परिवार के स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए पर्याप्त हो । इसके अन्तर्गत खाना, कपड़ा, मकान, चिकित्सा-सम्बन्धी सुविधाएं और आवश्यक सामाजिक सेवाएं सम्मिलित है । सभी को बेकारी, बीमारी, असमर्थता, वैधव्य, बुढापे या अन्य किसी ऐसी परिस्थिति में आजीविका का साधन न होने पर जो उसके क़ाबू के बाहर हो, सुरक्षा का अधिकार प्राप्त है । 1752e5b6d6dSopenharmony_ci 1762e5b6d6dSopenharmony_ci 1772e5b6d6dSopenharmony_ci जच्चा और बच्चा को खास सहायता और सुविधा का हक़ है । प्रत्येक बच्चे को चाहे वह विवाहिता माता से जन्मा हो या अविवाहिता से, समान सासाजिक संरक्षण प्राप्त होगा । 1782e5b6d6dSopenharmony_ci 1792e5b6d6dSopenharmony_ci 1802e5b6d6dSopenharmony_ci 1812e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद २६. 1822e5b6d6dSopenharmony_ci 1832e5b6d6dSopenharmony_ci 1842e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षा का अधिकार है । शिक्षा कम से कम प्रारम्भिक और बुनियादी अवस्थाओं में निःशुल्क होगी । प्रारम्भिक शिक्षा अनिवार्य होगी । टेक्निकल, यांत्रिक और पेशों-सम्बन्धी शिक्षा साधारण रूप से प्राप्त होगी और उच्चतर शिक्षा सभी को योग्यता के आधार पर समान रूप से उपलब्ध होगी । 1852e5b6d6dSopenharmony_ci 1862e5b6d6dSopenharmony_ci 1872e5b6d6dSopenharmony_ci शिक्षा का उद्देश्य होगा मानव व्यक्तित्व का पूर्ण विकास और मानाव अधिकारों तथा बुनियादी स्वतन्त्रताओं के प्रति सम्मान को पुष्टि । शिक्षा द्वारा राष्ट्रों, जातियों अथवा घार्मिक समूहों के बीच आपसी सद्भावना, सहिष्णुता और मंत्री का विकास होगा और शांति बनाए रखने के लिए संयुक्त राष्ट्रों के प्रयत्नों के आगे बढ़ाया जाएगा । 1882e5b6d6dSopenharmony_ci 1892e5b6d6dSopenharmony_ci 1902e5b6d6dSopenharmony_ci माता-पिता को सबसे पहले इस बात का अक्षिकार है कि वे चुनाव कर सकें कि किस क़िस्म की शिक्षा उनके बच्चों को दी जाएगी । 1912e5b6d6dSopenharmony_ci 1922e5b6d6dSopenharmony_ci 1932e5b6d6dSopenharmony_ci 1942e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद २७. 1952e5b6d6dSopenharmony_ci 1962e5b6d6dSopenharmony_ci 1972e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को स्वतन्त्रतापूर्वक समाज के सांस्कृतिक जीवन में हिस्सा लेने, कलाओं का आनन्द लेने, तथा वैज्ञानिक उन्नति और उसकी सुविधाओं में भाग लेने का हक़ है । 1982e5b6d6dSopenharmony_ci 1992e5b6d6dSopenharmony_ci 2002e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को किसी भी ऐसी वैज्ञानिक, साहित्यिक या कलास्मक कृति मे उत्पन्न नैतिक और आर्थिक हितों की रक्षा का अधिकार है जिसका रचयिता वह स्वयं हो । 2012e5b6d6dSopenharmony_ci 2022e5b6d6dSopenharmony_ci 2032e5b6d6dSopenharmony_ci 2042e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद २८. 2052e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति को ऐसी सामाजिक और अन्तर्राष्ट्रीय व्यवस्था की प्राप्ति का अधिकार है जिसमें इस घोषणा में उल्लिखित अधिकारों और स्वतन्त्रताओं को पूर्णतः प्राप्त किया जा सके । 2062e5b6d6dSopenharmony_ci 2072e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद २९. 2082e5b6d6dSopenharmony_ci 2092e5b6d6dSopenharmony_ci 2102e5b6d6dSopenharmony_ci प्रत्येक व्यक्ति का उसी समाज के प्रति कर्तव्य है जिसमें रहकर उसके व्यक्तित्व का स्वतन्त्र और पूर्ण विकास संभव हो । 2112e5b6d6dSopenharmony_ci 2122e5b6d6dSopenharmony_ci 2132e5b6d6dSopenharmony_ci अपने अधिकारों और स्वतन्त्रताओं का उपयोग करते हुए प्रत्येक व्यक्ति केवल ऐसी ही सीमाओं द्वारा बद्ध होगा, जो कानून द्वारा निश्चित की जाएंगी और जिनका एकमात्र उद्देश्य दूसरों के अधिकारों और स्वतन्त्रताओं के लिये आदर और समुचित स्वीकृति की प्राप्ति होगा तथा जिनकी आवश्यकता एक प्रजातन्त्रात्मक समाज में नैतिकता, सार्वजनिक व्यवस्था और सामान्य कल्याण की उचित आवश्यकताओं को पूरा करना होगा । 2142e5b6d6dSopenharmony_ci 2152e5b6d6dSopenharmony_ci 2162e5b6d6dSopenharmony_ci इन अधिकारों और स्वतन्त्रताओं का उपयोग किसी प्रकार से भी संयुक्त राष्ट्रों के सिद्धान्तों और उद्देश्यों के विरुद्ध नहीं किया जायगा । 2172e5b6d6dSopenharmony_ci 2182e5b6d6dSopenharmony_ci 2192e5b6d6dSopenharmony_ci 2202e5b6d6dSopenharmony_ci अनुच्छेद ३०. 2212e5b6d6dSopenharmony_ci इस घोषणा में उल्लिखित किसी भी बात का यह अर्थ नहीं लगाना चाहिए जिससे यह प्रतीत हो कि किसी भी राज्य, समूह, या व्यक्ति की किसी ऐसे प्रयत्न में संलग्न होने या ऐसा कार्य करने का अधिकार है, जिसका उद्देश्य यहां बताये गए अधिकारों और स्वतन्त्रताओं में मे किसी का भी विनाश करना हो । 2222e5b6d6dSopenharmony_ci 223